पूर्व क्रिकेटर, कॉमेडियन और राजनेता नवजोत सिंह सिद्धू एक बार फिर सुर्खियों में हैं। इस बार उन्होंने मीडिया में कुछ ऐसे दावे किए हैं, जो टेलीविजन और राजनीतिक दुनिया में हलचल मचा रहे हैं। सिद्धू ने कहा कि उन्होंने बिग बॉस जैसे शो को पहचान दिलाई और कपिल शर्मा को इंडिपेंडेंट कॉमेडी शो दिलाने में अहम भूमिका निभाई।
सिद्धू ने यह भी दावा किया कि उन्होंने कोई शो अपनी मर्जी से नहीं छोड़ा, बल्कि राजनीतिक साजिशों के चलते उन्हें मजबूरी में हटना पड़ा। उनका यह बयान इंटरनेट पर तेजी से वायरल हो रहा है।
🎙️ TRP का बादशाह बनने का दावा
नवजोत सिंह सिद्धू ने हाल ही में एक इंटरव्यू में कहा:
“जब मैं बिग बॉस में गया था, उस वक्त शो को उतनी TRP नहीं मिल रही थी। मैंने वहां जाकर जो ऊर्जा और मसाला डाला, उससे शो की रेटिंग ऊपर गई। मुझे निकालने के बाद भी उस पैमाने को बनाए रखना मुश्किल हो गया था।”
बिग बॉस जैसे रियलिटी शो में सिद्धू का सीमित समय तक रहना, लेकिन ज़बरदस्त प्रभाव छोड़ना, खुद सिद्धू के अनुसार उनकी ‘टेलीविजन स्टार पावर’ का प्रमाण है।
🎭 कपिल शर्मा के शो में भूमिका
सिद्धू ने यह भी कहा कि ‘कॉमेडी नाइट्स विद कपिल’ और बाद में ‘द कपिल शर्मा शो’ को खड़ा करने में उनका बड़ा हाथ था। सिद्धू के अनुसार:
“जब कपिल शर्मा अपने शो के लिए प्रोड्यूसर और चैनल से जूझ रहे थे, तब मेरी मौजूदगी ने उस शो को पहचान दिलाई। चैनल को विश्वास हुआ कि अगर सिद्धू इस शो का हिस्सा हैं, तो शो चलेगा।”
उन्होंने यह भी जोड़ा कि जब वो शो में नहीं रहे, तब शो की पहचान प्रभावित हुई। सिद्धू की हंसी, तालियां, शायरी और ज़ोरदार ठहाके शो का एक अभिन्न हिस्सा बन गए थे, जिसे दर्शक अब भी मिस करते हैं।
🏛️ राजनीति और साजिशों ने छीना मंच
नवजोत सिंह सिद्धू का मानना है कि टेलीविजन से उनकी दूरी राजनीतिक साजिशों का नतीजा थी। उन्होंने कहा:
“जब मैंने राजनीति में पूरी तरह कदम रखा, तब मेरे खिलाफ साजिशें शुरू हो गईं। मेरे टेलीविजन करियर को नुकसान पहुंचाने के लिए योजनाबद्ध तरीके से मुझे शो से हटाया गया। न मैं कंट्रोवर्शियल था, न ही शो की रेटिंग्स गिर रही थीं। फिर क्यों निकाला गया?”
यह बयान स्पष्ट संकेत देता है कि सिद्धू आज भी अपने टेलीविजन करियर को लेकर भावुक हैं और मानते हैं कि उन्हें मजबूरी में पीछे हटना पड़ा।
📢 सोशल मीडिया पर प्रतिक्रियाएं
सिद्धू के इन बयानों के बाद सोशल मीडिया दो हिस्सों में बंट गया है। उनके समर्थक कह रहे हैं कि सिद्धू की मौजूदगी वाकई में टेलीविजन शो की जान थी। वहीं आलोचकों का कहना है कि ये सब पुराने किस्से हैं और सिद्धू अब अपनी पुरानी लोकप्रियता भुनाने की कोशिश कर रहे हैं।
एक यूज़र ने लिखा, “सिद्धू साहब ने शो में जान डाली थी, उनकी शायरी और जोश किसी और में नहीं है।”
वहीं, एक और यूज़र ने टिप्पणी की, “अब वक्त बदल गया है, दर्शकों को नए चहरे चाहिए, पुरानी बातों को छोड़कर आगे बढ़ना चाहिए।”
🧩 सिद्धू की बहुआयामी पहचान
नवजोत सिंह सिद्धू एक ऐसा नाम है जो क्रिकेट, कॉमेडी, राजनीति, और टेलीविजन – हर जगह चमका है। उनके जोशीले भाषण, उर्दू शायरी और बिंदास हंसी ने उन्हें दर्शकों का चहेता बना दिया। लेकिन राजनीति में सक्रिय होने के बाद उन्होंने टेलीविजन से दूरी बना ली थी, जिससे उनके प्रशंसकों को निराशा हुई थी।
अब जब वह फिर से अपनी पुरानी यात्रा को याद कर रहे हैं, तो यह सवाल भी उठ रहा है कि क्या सिद्धू फिर से टीवी की दुनिया में वापसी करेंगे?
📌 निष्कर्ष
नवजोत सिंह सिद्धू का यह बयान उनके टीवी करियर के योगदान और राजनीति की कीमत पर खोए हुए मंच को दर्शाता है। उनका दावा भले ही विवादों में घिरा हो, लेकिन इसमें कोई दो राय नहीं कि उन्होंने भारतीय टेलीविजन पर एक गहरी छाप छोड़ी है।
अब देखना यह है कि क्या सिद्धू फिर से किसी शो में दिखाई देंगे या सिर्फ बयानबाज़ी तक सीमित रहेंगे।
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