बॉलीवुड इंडस्ट्री के जाने-माने अभिनेता मुकुल देव अब इस दुनिया में नहीं रहे। 54 वर्ष की उम्र में उनका निधन हो गया। इस दुखद खबर ने उनके चाहने वालों और फिल्म इंडस्ट्री को गहरे सदमे में डाल दिया है। उनके परिवार के अनुसार, मुकुल देव ने अंतिम सांस अपने मुंबई स्थित आवास पर ली।
उनके असामयिक निधन से न केवल उनका परिवार बल्कि फिल्म जगत के तमाम साथी कलाकार और फैंस भी बेहद दुखी हैं। मुकुल देव का अभिनय करियर करीब तीन दशकों तक फैला रहा जिसमें उन्होंने टीवी, फिल्में और वेब सीरीज में महत्वपूर्ण भूमिकाएं निभाईं।
🎭 मुकुल देव: एक संजीदा अभिनेता
मुकुल देव को उनकी गंभीर और प्रभावशाली अदायगी के लिए जाना जाता था। उन्होंने अपने करियर की शुरुआत 1996 में फिल्म ‘दुश्मन’ से की थी और उसके बाद कई फिल्मों में सहायक व खलनायक के किरदारों में जान फूंकी।
वो ‘कभी हां कभी ना’, ‘सोनू ते डिट्टा स्वीटी’, ‘इंडियन’, ‘कहता है दिल बार बार’, ‘डेल्ही हाइट्स’, ‘जन्म’, ‘वन्स अपॉन ए टाइम इन मुंबई’, ‘जिला गाजियाबाद’ जैसी फिल्मों में नजर आए। इसके अलावा, वो टीवी शो ‘सीआईडी’, ‘कहता है दिल’, और ’21 सरफराज’ में भी अहम भूमिकाओं में दिखे।
उनकी सबसे खास बात थी – हर किरदार को अपनी सादगी और ईमानदारी से निभाना। मुकुल देव भले ही फुल-टाइम स्टार नहीं बने, लेकिन इंडस्ट्री में उनका सम्मान हमेशा बना रहा।
🎬 फिल्मों और टीवी के साथ एक सशक्त सफर
मुकुल देव का करियर बहुमुखी रहा। वे सिर्फ हिंदी सिनेमा में ही नहीं, बल्कि पंजाबी, तेलुगु और बंगाली सिनेमा में भी नजर आए। उन्होंने वेब सीरीज के दौर में भी खुद को नए प्लेटफॉर्म पर साबित किया।
उनका आखिरी बड़ा काम एक वेब सीरीज में था जिसमें उन्होंने एक पुलिस अफसर की भूमिका निभाई थी, जिसे दर्शकों ने काफी सराहा।
👪 परिवार और अंतिम विदाई
उनके परिवार में अब पत्नी और एक बेटी हैं, जो इस समय गहरे सदमे में हैं। मुकुल के बड़े भाई राहुल देव, जो खुद भी एक अभिनेता हैं, ने सोशल मीडिया पर एक इमोशनल पोस्ट के जरिए इस दुखद खबर की पुष्टि की।
मुकुल देव की अंतिम यात्रा मुंबई के वर्सोवा श्मशान घाट से निकाली गई, जहां फिल्म इंडस्ट्री के कई सितारे, दोस्तों और प्रशंसकों ने उन्हें अंतिम विदाई दी।
🎤 सेलेब्स की श्रद्धांजलि
- अनुपम खेर ने ट्वीट किया, “मुकुल एक बेहतरीन इंसान और उम्दा कलाकार थे। विश्वास नहीं हो रहा कि वो अब हमारे बीच नहीं हैं।”
- मनोज बाजपेयी ने लिखा, “हमने एक कलाकार नहीं, एक दोस्त खोया है।”
- रणदीप हुड्डा और पंकज त्रिपाठी जैसे सितारों ने भी शोक जताया और उनके अभिनय की सराहना की।
🔚 निष्कर्ष:
मुकुल देव भले ही अब हमारे बीच नहीं हैं, लेकिन उनका काम, उनका योगदान और उनकी स्मृति हमेशा लोगों के दिलों में जीवित रहेगी। ऐसे कलाकार बहुत कम होते हैं जो पर्दे के पीछे रहते हुए भी अपने काम से अमिट छाप छोड़ते हैं।
आज जब फिल्म इंडस्ट्री बदल रही है, मुकुल जैसे संजीदा अभिनेताओं की कमी और ज्यादा महसूस होती है।
ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दे और परिवार को इस कठिन समय में संबल प्रदान करे।
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