टीवी और फिल्म अभिनेता एजाज खान की मुश्किलें अब और बढ़ती नजर आ रही हैं। उन पर लगे बलात्कार के आरोपों के मामले में मुंबई कोर्ट ने उनकी अग्रिम जमानत याचिका को खारिज कर दिया है। कोर्ट ने यह फैसला पुलिस की दलीलों को गंभीरता से लेते हुए सुनाया, जिसमें कहा गया कि एजाज खान सबूतों के साथ छेड़छाड़ कर सकते हैं और जांच को प्रभावित कर सकते हैं।
यह मामला मनोरंजन इंडस्ट्री और पब्लिक फिगर्स की जवाबदेही पर फिर से सवाल खड़े करता है।
क्या है पूरा मामला?
एजाज खान पर एक महिला ने बलात्कार और धोखाधड़ी के आरोप लगाए हैं। महिला का कहना है कि एजाज ने शादी का झांसा देकर उसका शारीरिक शोषण किया और बाद में वादा तोड़ दिया। इस गंभीर आरोप के बाद एजाज ने अग्रिम जमानत के लिए कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था, लेकिन उन्हें राहत नहीं मिल सकी।
कोर्ट का रुख
मुंबई सेशन कोर्ट में सुनवाई के दौरान पुलिस ने विरोध करते हुए कहा कि अगर एजाज को अग्रिम जमानत मिलती है, तो वह:
- गवाहों को धमका सकते हैं
- सबूत मिटा सकते हैं
- जांच को प्रभावित कर सकते हैं
कोर्ट ने इस दलील को गंभीर मानते हुए एजाज की जमानत याचिका को खारिज कर दिया। अब पुलिस किसी भी वक्त उन्हें गिरफ्तार कर सकती है।
एजाज खान का पक्ष
एजाज खान ने अपनी तरफ से सभी आरोपों को बेबुनियाद बताया है। उनके वकील ने दावा किया कि महिला द्वारा लगाए गए आरोप झूठे और दुर्भावनापूर्ण हैं। उन्होंने कहा कि यह एक पब्लिसिटी स्टंट है और एजाज को फंसाने की साजिश की जा रही है।
बॉलीवुड में लगातार बढ़ते यौन उत्पीड़न के मामले
एजाज खान का नाम कोई पहला नहीं है जिसे इस तरह के गंभीर आरोपों का सामना करना पड़ा हो। इससे पहले भी:
- आलोक नाथ
- साजिद खान
- विवेक अग्निहोत्री
जैसे कई नामी चेहरों पर यौन उत्पीड़न के आरोप लग चुके हैं। इससे मनोरंजन जगत में #MeToo मूवमेंट ने भी रफ्तार पकड़ी थी।
इंडस्ट्री की चुप्पी?
इस पूरे मामले पर अभी तक फिल्म या टीवी इंडस्ट्री से किसी बड़े कलाकार या संगठन की प्रतिक्रिया नहीं आई है। ऐसे मामलों में अक्सर देखने को मिलता है कि जब तक कोर्ट कोई स्पष्ट फैसला नहीं देती, इंडस्ट्री चुप्पी साध लेती है।
आगे क्या?
अब पुलिस के पास एजाज खान को हिरासत में लेने का अधिकार है। यदि वे गिरफ्तार होते हैं, तो उन्हें कोर्ट में पेश कर रीमांड पर लिया जा सकता है। इसके बाद मामला और गहराने की संभावना है।
निष्कर्ष
एजाज खान के मामले ने एक बार फिर से साबित किया है कि पब्लिक फिगर होने के बावजूद कोई भी कानून से ऊपर नहीं है। कोर्ट और पुलिस की सख्ती यह संकेत देती है कि यदि आरोप गंभीर हैं, तो उन्हें हल्के में नहीं लिया जाएगा। आने वाले दिनों में यह देखना अहम होगा कि जांच में क्या सामने आता है और क्या एजाज खुद को निर्दोष साबित कर पाते हैं।
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